\”नर्मदा का हर कंकर शंकर है\” ऐसा क्यों कहा जाता है?
नर्मदा जी काशी में पिलपिला तीर्थ में शिवलिंग की स्थापना करके शिव जी का तप करने लगीं| उनके इस तप से भगवान शंकर खुश हुए और प्रकट होकर नर्मदा जी से वर मांगने को कहा, तब नर्मदा जी ने कहा कि तुच्छ वर मांगने से क्या लाभ? बस आपके चरण कमलों में मेरी भक्ति बनी रहें|
नर्मदा की बात सुनकर भगवान शंकर बहुत प्रसन्न हुए और बोले तुम्हारे तट पर जितने भी पत्थर हैं, वे सब मेरे वर से शिवलिंग रूप हो जाएंगे। गंगा में स्नान करने पर पाप का नाश होता है, यमुना सात दिन के स्नान से और सरस्वती तीन दिन के स्नान से सभी पापों का नाश करती है, मगर तुम दर्शन मात्र से सम्पूर्ण पापों का निवारण करने वाली होगी|
“तुमने जो नर्मदेश्वर शिवलिंग की स्थापना की है, वह पुण्य और मोक्ष देने वाला होगा। उसी समय भगवान शंकर उसी लिंग में लीन हो गए| इतनी पवित्रता पाकर नर्मदा भी प्रसन्न हो गयी इसलिए कहा जाता है – नर्मदा का हर कंकर शंकर है”|
घर एवं कार्यस्थल में रखे शिवलिंग के लाभ:
1. नर्मदेश्वर शिवलिंग के दर्शन मात्र से व्यक्ति के जीवन के समस्त कष्टों का नाश होता है।
2. इस शिवलिंग की पूजा सरल एवं अतिशीघ्र फल देने वाली होती है।
3. नर्मदेश्वर शिवलिंग स्थायित्व का प्रतीक है, इसके घर या कार्यस्थल पर होने से धन एवं वैभव स्थाई रूप से बना रहता है।
4. इस शिवलिंग के प्रतिदिन पूजन से व्यक्ति को जीवन में सुख समृद्धि की प्राप्ति होती है।
5. नर्मदेश्वर शिवलिंग की आराधना करने से कालसर्प दोष और मांगलिक दोष के अशुभ प्रभाव में भी कमी आती है।
6. इस शिवलिंग के घर में होने मात्र से परिवार में भय नहीं रहता और समस्तों रोगों से छुटकारा मिलता है।
7. यह शिवलिंग वास्तु का भी अच्छा उपाय है।
8. नर्मदेश्वर शिवलिंग धन-धान्य एवं ऐश्वर्य प्रदान करने वाला शिव का प्रतीक है। शिव को अभिषेक अतिप्रिय है, इसलिए व्यक्ति को प्रतिदिन जल या दुग्ध से अभिषेक कर उस जल का आचमन (ग्रहण) करना चाहिए।
10. नर्मदा जी को भगवान शिव का वरदान है, इसलिए नर्मदेश्वर शिवलिंग में भगवान शिव साक्षात विराजमान रहते है।
नर्मदेश्वर शिवलिंग कहां से प्राप्त करें:
आप वर्धनम संस्थान की वेबसाइट या कॉल पर अपना सिद्ध शिवलिंग प्राप्त कर सकते है। वर्धनम से लिए गए शिवलिंग की खासियत यह है कि, शिवलिंग ठोस एवं नर्मदा नदी से निर्मित शिव की प्राकृतिक आकृति (जैसे तिलक, अर्धनारीश्वर रूप, त्रिकुंड) से विद्यमान होगी। एवं इसकी ऊर्जा को बढ़ाने के लिए उज्जैन से शिक्षित आचार्यों द्वारा रुद्राष्टाध्यायी पाठ (रुद्री पाठ) द्वारा आपके नाम से सिद्ध किया जाता है। हमारे द्वारा इस महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर हिमालय के पांच मुखी रूद्राक्ष भी बिल्कुल मुफ्त दिए जा रहें है, जिससे आपकी शिव पूजा का फल दोगुना हो और भगवान शिव आपकी हर मनोकामना पूर्ण करें। यह आपको बहुत ही कम कीमत में उपलब्ध कराया जा रहा है और आप तक पहुंचाने का भी कोई चार्ज नही लिया जा रहा है। इसलिए आज ही अपना शिवलिंग मंगवाएं।
शिव पूजा के लिए उत्तम उपाय
श्री शिवाय नमस्तुभ्यं
ॐ नमः शिवाय